ग्रेटर नोएडा में अवैध निर्माण का खेल: प्राधिकरण की चुप्पी पर सवाल
संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा, जिसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और योजनाबद्ध विकास के लिए जाना जाता है, वहां अवैध निर्माणों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नाक के नीचे कॉलोनाइजर और बिल्डर खुलेआम अवैध फ्लैट और विला बना रहे हैं। गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों को सस्ते मकानों का लालच देकर इन अवैध निर्माणों को बेचा जा रहा है, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी इस पर चुप्पी साधे हुए है। प्राधिकरण के कुछ वर्क सर्कल के अधिकारियों की भूमिका भी संदेहास्पद है जिसके चलते वैदपुरा गांव में कोई भी कार्रवाई नही की जा रही है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में प्राधिकरण को ही विकास करना था। प्राधिकरण को किसानों की जमीन अधिग्रहित कर, योजना के हिसाब से विकास करना था लेकिन प्राधिकरण भूल गया और क्षेत्र को अवैध निर्माण के लिए छोड़ दिया गया। जिन अधिकारियों की अवैध निर्माण रोकने की ज़िम्मेदारी थी क्या वो अपनी ज़िम्मेदारी को निभा पा रहे हैं या सहयोगी की तरह कार्य कर रहे हैं ये प्राधिकरण को तय करना है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लगातार अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं लेकिन उसके बाद भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में लगातार अवैध निर्माण हो रहा है और यहां के अधिकारी कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।